🔐 UPI भुगतान अटका? यह तकनीकी समस्या नहीं, सुरक्षा उपाय हो सकता है

यदि आपने हाल ही में PhonePe, Google Pay या Paytm जैसे प्लेटफॉर्म पर UPI भुगतान करते समय अटकाव या देरी का अनुभव किया है, तो यह केवल तकनीकी समस्या नहीं हो सकती। यह सरकार द्वारा संभावित धोखाधड़ी को रोकने के लिए उठाया गया एक सक्रिय कदम हो सकता है।


🛡️ क्या है ‘Financial Fraud Risk Indicator (FRI)’?

भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने वित्तीय अपराध और साइबर धोखाधड़ी से निपटने के लिए ‘Financial Fraud Risk Indicator (FRI)’ नामक एक जोखिम-आधारित मीट्रिक अपनाया है। यह मीट्रिक डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (DIP) के माध्यम से विभिन्न हितधारकों को वितरित किया जाता है। FRI प्रणाली मोबाइल नंबरों को उनके संभावित धोखाधड़ी से जुड़ाव के आधार पर वर्गीकृत करती है, जिससे UPI प्लेटफॉर्म्स जैसे PhonePe, Google Pay और Paytm संदिग्ध गतिविधियों की पहचान कर सकते हैं और आवश्यकतानुसार लेनदेन को रोक सकते हैं। @EconomicTimes+1@EconomicTimes+1


📱 UPI प्लेटफॉर्म्स कैसे कर रहे हैं सुरक्षा सुनिश्चित?

PhonePe जैसे UPI प्लेटफॉर्म्स FRI मीट्रिक का उपयोग करके संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करते हैं। यदि किसी मोबाइल नंबर को संभावित धोखाधड़ी से जुड़ा पाया जाता है, तो उस नंबर से संबंधित लेनदेन को रोका जा सकता है। यह कदम उपयोगकर्ताओं को अनधिकृत वित्तीय लेनदेन से बचाने और डिजिटल भुगतान प्रणाली में विश्वास बनाए रखने के लिए उठाया गया है।@EconomicTimes+1@EconomicTimes+1


🚫 ‘फ्लैग्ड मोबाइल नंबर’ का क्या अर्थ है?

यदि आपका मोबाइल नंबर ‘फ्लैग्ड’ है, तो इसका अर्थ है कि वह नंबर संभावित धोखाधड़ी गतिविधियों से जुड़ा हो सकता है। ऐसे मामलों में, UPI प्लेटफॉर्म्स लेनदेन को रोक सकते हैं या अतिरिक्त सत्यापन की आवश्यकता हो सकती है। यह उपाय उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है।


🧠 उपयोगकर्ताओं के लिए सुझाव

  1. सतर्क रहें: यदि आपका UPI भुगतान अटकता है, तो तुरंत अपने बैंक या UPI सेवा प्रदाता से संपर्क करें।

  2. मोबाइल नंबर की सुरक्षा: अपने मोबाइल नंबर को किसी भी संदिग्ध गतिविधि से बचाएं और अनधिकृत ऐप्स या सेवाओं से सावधान रहें।

  3. सत्यापन: UPI लेनदेन करते समय प्राप्तकर्ता की जानकारी की पुष्टि करें और अनजान अनुरोधों से बचें।

  4. शिकायत दर्ज करें: यदि आपको लगता है कि आपका नंबर गलत तरीके से ‘फ्लैग्ड’ हुआ है, तो संबंधित प्राधिकरणों से संपर्क करें और आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करें।


🔍 निष्कर्ष

भारत सरकार द्वारा अपनाई गई FRI प्रणाली और ‘फ्लैग्ड मोबाइल नंबर’ की अवधारणा डिजिटल भुगतान प्रणाली को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उपाय उपयोगकर्ताओं को संभावित धोखाधड़ी से बचाने और डिजिटल लेनदेन में विश्वास बनाए रखने के लिए है। उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित प्राधिकरणों को देनी चाहिए।

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