🔥 ममता बनर्जी की सीधी चुनौती
30 मई 2025 को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सीधी चुनौती दी कि अगर हिम्मत है तो अभी राज्य में चुनाव कराएं और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को हराकर दिखाएं। उन्होंने पीएम के हालिया भाषण को “झूठ का ढेर” करार दिया और कहा कि यह केवल प्रचार पाने की कोशिश है।
🗣️ पीएम मोदी के आरोपों पर ममता का पलटवार
अलीपुरद्वार में आयोजित एक जनसभा में पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल सरकार पर पांच प्रमुख समस्याओं का आरोप लगाया: हिंसा, महिलाओं की असुरक्षा, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और सत्ताधारी पार्टी की स्वार्थी राजनीति। The Economic Times
ममता बनर्जी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जब टीएमसी केंद्र सरकार के “ऑपरेशन सिंदूर” का समर्थन कर रही है और विपक्षी दल वैश्विक मंच पर भारत का पक्ष रख रहे हैं, तब पीएम मोदी बंगाल में राजनीतिक होली खेल रहे हैं।
📍 उत्तर बंगाल: चुनावी रणभूमि
2026 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, टीएमसी और बीजेपी दोनों उत्तर बंगाल पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने मई में इस क्षेत्र का तीन दिवसीय दौरा किया, जबकि बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी भी वहां सक्रिय हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉन बारला का टीएमसी में शामिल होना इस क्षेत्र में टीएमसी की पकड़ को मजबूत कर सकता है। The Economic Times
🗳️ मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर मतदाता सूची में फर्जी वोटरों को शामिल करने का आरोप लगाया है, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग की मिलीभगत का भी संकेत दिया। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने दिल्ली और महाराष्ट्र में इसी तरह की रणनीति अपनाई थी और अब बंगाल में भी वही दोहरा रही है। The Economic Times
🔮 निष्कर्ष
ममता बनर्जी की यह चुनौती पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नए मोड़ की ओर संकेत करती है। टीएमसी और बीजेपी के बीच बढ़ती टकराव की स्थिति आगामी चुनावों को और भी रोचक बना सकती है। अब देखना यह है कि बीजेपी इस चुनौती का कैसे जवाब देती है और क्या वास्तव में राज्य में समय से पहले चुनाव कराए जाते हैं।