सीआरपीएफ जवान मुनिर अहमद की बर्खास्तगी: पाकिस्तानी पत्नी के कारण सेवा समाप्त, प्रधानमंत्री से न्याय की अपील
नई दिल्ली, 4 मई 2025 – केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने जवान मुनिर अहमद को उनकी पाकिस्तानी पत्नी मेनल खान से विवाह छिपाने और वीज़ा अवधि समाप्त होने के बावजूद उन्हें भारत में शरण देने के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्तगी के एक दिन बाद, मुनिर अहमद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय की अपील की है, उनका कहना है कि उनके साथ अन्याय हुआ है। www.ndtv.com
📝 मामला क्या है?
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आरोप: सीआरपीएफ का कहना है कि मुनिर अहमद ने अपनी पाकिस्तानी पत्नी से विवाह की जानकारी छिपाई और वीज़ा समाप्त होने के बाद भी उन्हें भारत में रहने दिया।
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बर्खास्तगी: इन आरोपों के आधार पर मुनिर अहमद को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
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मुनिर अहमद की प्रतिक्रिया: उन्होंने कहा, “मुझे न्याय मिलना चाहिए। मैंने कोई गलत काम नहीं किया है।”
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👩⚖️ कानूनी पहलू
मेनल खान को भारत में रहने की अनुमति समाप्त होने के बाद निर्वासन का सामना करना पड़ा, लेकिन अदालत से उन्हें राहत मिली। मामला अब कानूनी प्रक्रिया में है, और मुनिर अहमद न्याय की मांग कर रहे हैं।
🗣️ प्रधानमंत्री से अपील
मुनिर अहमद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि उनके मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए। उनका कहना है कि उन्होंने देश के लिए सेवा की है और उन्हें इस तरह से बर्खास्त करना अनुचित है।
🔍 निष्कर्ष
यह मामला सुरक्षा बलों के नियमों, व्यक्तिगत अधिकारों और अंतरराष्ट्रीय विवाहों के जटिल पहलुओं को उजागर करता है। मुनिर अहमद की अपील और कानूनी प्रक्रिया के परिणाम का देशभर में ध्यान केंद्रित है।