🛣️ बेंगलुरु की सड़कों से उत्पन्न मानसिक पीड़ा
बेंगलुरु के रिचमंड टाउन निवासी 43 वर्षीय धिव्या किरण ने शहर की खराब सड़कों के कारण हुई शारीरिक और मानसिक पीड़ा के लिए ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिके (BBMP) को ₹50 लाख का कानूनी नोटिस भेजा है। उनका दावा है कि BBMP की लापरवाही के कारण उन्हें गंभीर पीठ और गर्दन दर्द, नींद की कमी, चिंता और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा है।
🏥 स्वास्थ्य पर प्रभाव
धिव्या किरण ने बताया कि उन्हें पांच बार ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञों से परामर्श लेना पड़ा और चार बार आपातकालीन अस्पताल जाना पड़ा। डॉक्टरों ने उनके दर्द को सड़कों की खराब स्थिति के कारण हुए झटकों से जोड़ते हुए “मेडिकली लिंक्ड” बताया है।
⚖️ कानूनी कार्रवाई और मांग
14 मई को भेजे गए कानूनी नोटिस में, धिव्या किरण ने BBMP से 15 दिनों के भीतर ₹50 लाख का मुआवजा और ₹10,000 कानूनी शुल्क की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि BBMP समय पर प्रतिक्रिया नहीं देता है, तो वे नागरिक अदालत में मुकदमा दायर करेंगे और कर्नाटक उच्च न्यायालय में जनहित याचिका (PIL) दाखिल करेंगे। The News Minute
🌧️ बारिश और बुनियादी ढांचे की स्थिति
बेंगलुरु में हाल ही में हुई भारी बारिश ने शहर की सड़कों की खराब स्थिति को और उजागर किया है। जलभराव और खराब सड़कों के कारण कई क्षेत्रों में यातायात बाधित हुआ है और नागरिकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।
📢 नागरिकों की बढ़ती असंतोष
धिव्या किरण का मामला बेंगलुरु के नागरिकों के बीच बढ़ती नाराजगी को दर्शाता है। शहर की सड़कों की खराब स्थिति और बुनियादी ढांचे की लापरवाही के खिलाफ नागरिक अब कानूनी कार्रवाई का सहारा ले रहे हैं।
🔚 निष्कर्ष
धिव्या किरण द्वारा BBMP को भेजा गया ₹50 लाख का कानूनी नोटिस बेंगलुरु में बुनियादी ढांचे की समस्याओं और नागरिकों की बढ़ती असंतोष को उजागर करता है। यह मामला अन्य नगर निकायों के लिए भी एक चेतावनी है कि नागरिकों की समस्याओं को अनदेखा करना अब संभव नहीं है।