वैश्विक अस्थिरता के बीच भारत की आर्थिक मजबूती
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) के अध्यक्ष नटराजन चंद्रशेखरन ने TCPL की वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि भारत वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बीच “आर्थिक विकास का एक उज्ज्वल केंद्र” बना हुआ है। The Economic Times
सीमित अमेरिकी व्यापार निर्भरता
चंद्रशेखरन ने बताया कि भारत की अमेरिकी टैरिफ नीति के प्रति सीधी निर्भरता सीमित है, क्योंकि अमेरिका को भारत का माल निर्यात सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का केवल 2% से थोड़ा अधिक है, जो उभरते बाजारों में सबसे कम में से एक है।
मजबूत आर्थिक और जनसांख्यिकीय आधार
उन्होंने कहा कि भारत की दीर्घकालिक वृद्धि मजबूत जनसांख्यिकीय और आर्थिक आधारों और चल रहे संरचनात्मक सुधारों पर आधारित है। निकट भविष्य में, 2025 में स्थिर विकास अपेक्षाओं, गिरती मुद्रास्फीति और मौद्रिक सहजता के साथ भारत का मैक्रो-आउटलुक मजबूत बना हुआ है।
एफएमसीजी उद्योग में उभरती प्रवृत्तियाँ
चंद्रशेखरन ने एफएमसीजी उद्योग में प्रीमियमाइजेशन, स्वास्थ्य और कल्याण, और सुविधा की प्रवृत्तियों की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि क्विक कॉमर्स में तेजी से वृद्धि देखी गई है, फिर भी भौतिक वितरण समान रूप से प्रासंगिक बना हुआ है। इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए, TCPL ने एक ओमनीचैनल रणनीति अपनाई है।The Economic Times+1The Economic Times+1
भविष्य की उपभोक्ता प्रवृत्तियाँ
चंद्रशेखरन ने बताया कि जेनरेशन जेड और मिलेनियल्स 2030 तक कुल खपत का 76% हिस्सा बन सकते हैं। यह खाना पकाने में सहायक उत्पादों, पैकेज्ड फूड, स्वास्थ्यवर्धक और गिल्ट-फ्री स्नैकिंग, और मिनी-भोजन विकल्पों के लिए एक अवसर प्रस्तुत करता है, जिन्हें TCPL ने हाल के वर्षों में अपने पोर्टफोलियो में जोड़ा है।
निष्कर्ष
भारत की सीमित अमेरिकी व्यापार निर्भरता, मजबूत आर्थिक और जनसांख्यिकीय आधार, और उभरती उपभोक्ता प्रवृत्तियाँ इसे वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बीच एक उज्ज्वल केंद्र बनाती हैं। TCPL जैसी कंपनियाँ इन प्रवृत्तियों का लाभ उठाकर अपने पोर्टफोलियो का विस्तार कर रही हैं, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था और भी मजबूत हो रही है।