चीन ने अंतरिक्ष में पहला AI सुपरकंप्यूटर क्लस्टर लॉन्च किया: 2,800 सैटेलाइट्स की महत्वाकांक्षी योजना
मई 2025 में, चीन ने अंतरिक्ष में पहला AI-सक्षम सुपरकंप्यूटर क्लस्टर लॉन्च करके एक नई तकनीकी उपलब्धि हासिल की है। इस पहल के तहत, 14 मई को Jiuquan Satellite Launch Center से Long March 2D रॉकेट के माध्यम से 12 सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। यह लॉन्च ADA Space और Zhejiang Lab के सहयोग से विकसित “Three-Body Computing Constellation” परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कुल 2,800 सैटेलाइट्स का एक नेटवर्क स्थापित करना है। Futurism+6Live Science+6The Financial Express+6The Financial Express+11ZME Science+11SpaceNews+11
परियोजना की विशेषताएं
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AI प्रोसेसिंग क्षमता: प्रत्येक सैटेलाइट में 8 बिलियन पैरामीटर वाला AI मॉडल है, जो 744 टेरा ऑपरेशंस प्रति सेकंड (TOPS) की प्रोसेसिंग क्षमता रखता है। वर्तमान में, 12 सैटेलाइट्स की संयुक्त क्षमता 5 पेटा ऑपरेशंस प्रति सेकंड (POPS) है, और पूरी परियोजना के पूर्ण होने पर यह क्षमता 1,000 POPS तक पहुंच जाएगी। Reddit+4The Verge+4Facebook+4
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लेजर लिंक संचार: सैटेलाइट्स के बीच उच्च गति वाले लेजर लिंक स्थापित किए गए हैं, जो 100 गीगाबिट्स प्रति सेकंड की डेटा ट्रांसफर गति प्रदान करते हैं। The Verge
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स्पेस-कूलिंग प्रणाली: अंतरिक्ष के ठंडे वातावरण का उपयोग करके सैटेलाइट्स को ठंडा किया जाता है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है और पारंपरिक ग्राउंड-बेस्ड कूलिंग सिस्टम्स की आवश्यकता नहीं होती।
परियोजना के लाभ
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तत्काल डेटा प्रोसेसिंग: यह प्रणाली डेटा को अंतरिक्ष में ही प्रोसेस करती है, जिससे पृथ्वी पर डेटा ट्रांसमिशन की आवश्यकता कम हो जाती है और निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज होती है।
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ऊर्जा दक्षता: स्पेस-कूलिंग और सौर ऊर्जा के उपयोग से यह प्रणाली पारंपरिक सुपरकंप्यूटरों की तुलना में अधिक ऊर्जा दक्ष है।
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विविध उपयोग: यह प्रणाली आपातकालीन प्रतिक्रिया, गेमिंग, पर्यटन और वैज्ञानिक अनुसंधान जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी हो सकती है। The Verge
वैश्विक प्रतिस्पर्धा में चीन की स्थिति
यह परियोजना चीन को अंतरिक्ष में AI और सुपरकंप्यूटिंग के क्षेत्र में अग्रणी बनाती है। जहां अमेरिका और यूरोप ने अंतरिक्ष में कंप्यूटिंग के परीक्षण किए हैं, वहीं चीन ने इसे व्यावसायिक स्तर पर लागू किया है।
निष्कर्ष
चीन की यह पहल न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर AI और सुपरकंप्यूटिंग के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को भी नया आयाम देती है। अंतरिक्ष में डेटा प्रोसेसिंग की यह प्रणाली भविष्य में विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति ला सकती है।