Site icon Taaza News

📰 फ़ैटी लिवर और युवाओं में बढ़ता दिल का खतरा: KMCRI का प्रारंभिक अध्ययन

Karnataka की KMCRI (Karnataka Medical College & Research Institute) द्वारा किए गए प्रारंभिक अध्ययन में पाया गया है कि Dharwad जिले के स्कूल जाने वाले अधिक वजन वाले किशोरों में दिल से जुड़े जोखिम सूचक (जैसे रक्तचाप, रक्त वसा, insulin resistance) सामान्य वज़न वाले साथियों की तुलना में अधिक पाए गए।

यह अध्ययन दर्शाता है कि एक स्वस्थ युवा भी मोटापा होने पर cardiovascular metabolic risk markers से ग्रस्त हो सकते हैं


📊 अध्ययन की प्रमुख जानकारियां


🧠 हार्ट रिस्क का वैज्ञानिक आधार

वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि:


🌱 निवेशित रोकथाम: छोटी शुरुआत, बड़ा परिणाम

स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से इन जोखिमों को कम किया जा सकता है:

  1. नियमित व्यायाम – सप्ताह में कम से कम 150 मिनट moderate excercise (वॉक, साइकलिंग)

  2. स्वस्थ आहार – फल, सब्ज़ी, whole grains, कम तेल—Junk food और Shakes कम करें

  3. स्क्रीन टाइम में कटौती – हर 30–45 मिनट स्क्रीन ब्रेक; खड़े होकर स्ट्रेच करें

  4. नियमित स्वास्थ्य चेकअप – BMI, BP, LFT, Lipid profile, ग्लूकोज करें

  5. शिक्षा और जागरूकता – स्कूल‑स्तर पर बच्चों और अभिभावकों को होरहित दिल की सेहत की जानकारी दें


✅ निष्कर्ष

KMCRI का यह प्रारंभिक अध्ययन एक स्पष्ट चेतावनी है: भारत में युवा भी मोटापे के कारण दिल की बीमारियों के जोखिम में पड़ रहे हैं။ अगर समय रहते जीवनशैली में बदलाव करें—विशेषकर सक्रिय जीवनशैली, संतुलित आहार और नियमित जांच—तो यह reversible है।

Source link

Exit mobile version