नीतीश कुमार का स्पष्ट संदेश: एनडीए में रहेंगे, अब कोई ‘यू-टर्न’ नहीं
पटना, 5 मई 2025 – बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि वे अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में ही बने रहेंगे और भविष्य में कोई राजनीतिक ‘यू-टर्न’ नहीं लेंगे। यह बयान उन्होंने अपने पिछले राजनीतिक फैसलों की आलोचनाओं के जवाब में दिया, जिसमें उन्होंने महागठबंधन से एनडीए में वापसी की थी।
🔄 राजनीतिक पृष्ठभूमि
नीतीश कुमार का राजनीतिक करियर कई बार गठबंधन बदलने के लिए जाना जाता है:
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2005: एनडीए के साथ मिलकर बिहार के मुख्यमंत्री बने।
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2013: नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने के बाद एनडीए से अलग हुए।
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2015: महागठबंधन (राजद, कांग्रेस) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
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2017: भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते राजद से अलग होकर फिर से एनडीए में शामिल हुए।
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2022: एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हुए।
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2024: महागठबंधन से अलग होकर पुनः एनडीए में शामिल हुए और मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
इन बदलावों के कारण उन्हें ‘यू-टर्न कुमार’ की उपाधि भी दी गई है।
🗣️ नीतीश कुमार का बयान
नीतीश कुमार ने कहा, “अब कोई ‘यू-टर्न’ नहीं होगा। मैं एनडीए में ही रहूंगा और बिहार के विकास के लिए काम करता रहूंगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य राज्य की जनता की सेवा करना है, न कि राजनीतिक लाभ के लिए गठबंधन बदलना।
🧭 भविष्य की दिशा
नीतीश कुमार ने यह भी संकेत दिया कि वे अब राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के बजाय बिहार के विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा, “मेरा लक्ष्य है कि बिहार को देश के विकसित राज्यों की श्रेणी में लाया जाए, और इसके लिए मैं पूरी निष्ठा से काम करूंगा।”
📊 विश्लेषण
नीतीश कुमार का यह बयान उनके राजनीतिक करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है। यदि वे अपने वादे पर कायम रहते हैं, तो यह बिहार की राजनीति में स्थिरता ला सकता है और राज्य के विकास को गति मिल सकती है।