🌍 IMF ने पाकिस्तान को दी $1 बिलियन की सहायता, भारत ने जताई आपत्ति
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को $1 बिलियन की सहायता राशि मंजूर की है, जो कि $7 बिलियन के विस्तारित फंड सुविधा (EFF) कार्यक्रम का हिस्सा है। इस निर्णय के साथ ही पाकिस्तान को अब तक कुल $2 बिलियन की सहायता मिल चुकी है। Bloomberg+4The Indian Express+4Hindustan Times+4
IMF ने पाकिस्तान की आर्थिक नीतियों और सुधारों की सराहना की है, जिनके चलते देश की आर्थिक स्थिति में स्थिरता आई है। इसके अतिरिक्त, IMF ने पाकिस्तान को जलवायु लचीलापन सुविधा (RSF) के तहत $1.4 बिलियन की अतिरिक्त सहायता भी मंजूर की है, जो कि प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करेगी। IMF+1Dawn+1
🇮🇳 भारत की आपत्ति और विरोध
भारत ने IMF के इस निर्णय पर कड़ी आपत्ति जताई है। भारतीय वित्त मंत्रालय ने IMF बोर्ड बैठक में चिंता व्यक्त की कि पाकिस्तान को दी जा रही सहायता राशि का उपयोग राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद के लिए किया जा सकता है। भारत ने वोटिंग से परहेज किया और IMF कार्यक्रमों की प्रभावशीलता पर सवाल उठाए। The Indian Express
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने भारत की आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा कि IMF का निर्णय पाकिस्तान की आर्थिक नीतियों में वैश्विक विश्वास का प्रतीक है और भारत की कोशिशें विफल रही हैं।
📊 पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार
IMF के अनुसार, पाकिस्तान ने वित्तीय वर्ष 2025 की पहली छमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 2% का प्राथमिक अधिशेष प्राप्त किया है, जो कि 2.1% के वार्षिक लक्ष्य के करीब है। इसके अलावा, अप्रैल में मुद्रास्फीति दर घटकर 0.3% हो गई है, जो कि एक ऐतिहासिक न्यूनतम स्तर है। विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़कर अप्रैल के अंत में $10.3 बिलियन हो गया है और जून 2025 तक इसके $13.9 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है। IMF
🔚 निष्कर्ष
IMF द्वारा पाकिस्तान को दी गई सहायता राशि ने एक बार फिर से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को उजागर किया है। जहां पाकिस्तान इस सहायता को अपनी आर्थिक नीतियों की सफलता मानता है, वहीं भारत को आशंका है कि यह राशि आतंकवाद के वित्तपोषण में इस्तेमाल हो सकती है। आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि IMF की यह सहायता पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को कैसे प्रभावित करती है और क्षेत्रीय स्थिरता में क्या भूमिका निभाती है।