🇵🇰 पाकिस्तान की धारणा: भारत एक अस्तित्वगत खतरा
अमेरिकी रक्षा विभाग की 2025 की “वर्ल्ड वाइड थ्रेट असेसमेंट” रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान भारत को एक “अस्तित्वगत खतरा” मानता है। इस धारणा के चलते पाकिस्तान अपनी सैन्य रणनीतियों और परमाणु हथियारों के विकास पर जोर दे रहा है। @EconomicTimes
🇮🇳 भारत की दृष्टिकोण: पाकिस्तान एक द्वितीयक सुरक्षा समस्या
वहीं, भारत पाकिस्तान को एक “द्वितीयक सुरक्षा समस्या” के रूप में देखता है। भारत की प्राथमिक चिंता चीन है, जिसे वह अपना मुख्य प्रतिद्वंद्वी मानता है। @EconomicTimes
🔬 पाकिस्तान की सैन्य आधुनिकीकरण और परमाणु हथियार
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों के आधुनिकीकरण में लगा हुआ है, जिसमें बैटलफील्ड न्यूक्लियर वेपन्स का विकास शामिल है। इसके अलावा, पाकिस्तान चीन से सैन्य और आर्थिक सहायता प्राप्त कर रहा है।
🌐 क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य और चीन-पाकिस्तान संबंध
पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग ने दक्षिण एशिया में सुरक्षा परिदृश्य को और जटिल बना दिया है। दोनों देशों के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास और तकनीकी सहयोग भारत के लिए चिंता का विषय हैं।
🧠 निष्कर्ष
अमेरिकी रक्षा खुफिया रिपोर्ट से स्पष्ट है कि पाकिस्तान भारत को एक गंभीर खतरे के रूप में देखता है, जबकि भारत की प्राथमिक चिंता चीन है। इस भिन्न दृष्टिकोण के चलते क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य में असंतुलन बना हुआ है। भारत को अपनी सुरक्षा रणनीतियों को पुनः मूल्यांकन करने की आवश्यकता है, ताकि वह इन बदलते खतरों का सामना कर सके।