सिंधु जल संधि निलंबन पर पाकिस्तान की अपील: भारत से पुनर्विचार की मांग
भारत द्वारा हाल ही में सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित करने के निर्णय के बाद, पाकिस्तान ने इसे “एकतरफा और अवैध” बताते हुए पुनर्विचार की अपील की है। पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव सैयद अली मुर्तज़ा ने भारत की जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देबाश्री मुखर्जी को पत्र लिखकर इस निर्णय को “पाकिस्तान की जनता और अर्थव्यवस्था पर हमला” करार दिया है। @EconomicTimes
🔍 भारत का निर्णय और उसका कारण
भारत ने यह निर्णय जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद लिया, जिसमें कई पर्यटक मारे गए थे। भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता, तब तक संधि को निलंबित रखा जाएगा। @EconomicTimes
🌊 पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को “एकतरफा और अवैध” बताया है और कहा है कि यह निर्णय पाकिस्तान की जनता और अर्थव्यवस्था पर हमला है। पाकिस्तान ने भारत से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की है, क्योंकि लाखों लोग इस संधि के तहत नियंत्रित जल पर निर्भर हैं। @EconomicTimes
🧭 निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि को लेकर बढ़ता तनाव दोनों देशों के लिए चिंता का विषय है। जहां भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए संधि को निलंबित कर चुका है, वहीं पाकिस्तान इस निर्णय को अवैध बताते हुए पुनर्विचार की मांग कर रहा है। आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि दोनों देश इस मुद्दे को कैसे सुलझाते हैं और क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाते हैं।