गर्भावस्था की शुरुआत में महिलाओं को कई शारीरिक और हार्मोनल बदलावों से गुजरना पड़ता है।
इनमें सबसे आम और परेशान करने वाला लक्षण है – मिचली (Nausea) और उल्टी, जिसे आम भाषा में Morning Sickness भी कहते हैं।
यह सामान्य है, लेकिन कभी-कभी अधिक गंभीर हो सकता है। आइए जानें कि प्रेगनेंसी में मिचली क्यों आती है, कब तक रहती है और इससे राहत के लिए क्या किया जा सकता है।
❓ प्रेगनेंसी में मिचली क्यों होती है?
कारण | विस्तार |
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🤰 हॉर्मोनल बदलाव | गर्भावस्था में HCG (human chorionic gonadotropin) और एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो मिचली का कारण बनता है |
👃 गंध के प्रति संवेदनशीलता | गंधों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है, जिससे उल्टी जैसा एहसास होता है |
😓 तनाव और थकान | शुरुआती हफ्तों में थकान और भावनात्मक तनाव भी मिचली को बढ़ा सकता है |
🧬 जेनेटिक कारण | अगर आपकी मां या बहन को प्रेगनेंसी में मिचली हुई थी, तो आपको भी हो सकती है |
⏰ मिचली कब से कब तक रहती है?
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मिचली आमतौर पर गर्भावस्था के 6वें हफ्ते से शुरू होती है
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यह अधिकांश महिलाओं में पहली तिमाही (12–14 सप्ताह) तक रहती है
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कुछ मामलों में यह दूसरी तिमाही में भी बनी रह सकती है
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बहुत कम मामलों में पूरी प्रेगनेंसी में भी यह बनी रह सकती है (Hyperemesis Gravidarum)
⚠️ मिचली कब बन सकती है खतरा?
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अगर दिन में कई बार उल्टी हो रही है
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खाना या पानी नहीं रुक पा रहा
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शरीर में कमजोरी या वजन कम हो रहा है
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पेशाब बहुत कम हो रहा है या रंग गहरा है
👉 इन स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
🏠 मिचली से राहत के घरेलू उपाय:
उपाय | लाभ |
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🫚 अदरक का सेवन (टी या टुकड़ा) | पेट को शांत करता है और उल्टी में आराम देता है |
🍋 नींबू की खुशबू या पानी | गंध के प्रति संवेदनशीलता कम होती है |
🍪 सुबह उठते ही सूखा बिस्किट या टोस्ट | खाली पेट मिचली कम होती है |
🧊 ठंडा पानी या आइस क्यूब | पेट ठंडा रहता है और जी मचलना कम होता है |
🌬️ ताजगीभरी हवा में टहलना | सिरदर्द और उल्टी से राहत मिलती है |
🥗 क्या खाएं और क्या न खाएं?
खाएं:
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हल्का-फुल्का भोजन (दलिया, खिचड़ी)
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फलों का रस
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नींबू पानी
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नारियल पानी
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अदरक टी
बचें:
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तला-भुना और मसालेदार खाना
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बहुत अधिक गर्म भोजन
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खाली पेट रहने से
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बहुत तेज़ गंध वाले खाद्य पदार्थ
🧘 लाइफस्टाइल टिप्स:
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छोटे-छोटे भोजन दिनभर में करें
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सुबह बिस्तर से अचानक न उठें
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ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें
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तनाव से बचें, ध्यान और गहरी सांस लें
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भरपूर नींद और आराम लें
🧑⚕️ डॉक्टर से कब मिलें?
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लगातार उल्टी, कमजोरी और चक्कर
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एक हफ्ते में वजन 2–3 किलो से ज्यादा गिर जाए
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पानी पीना मुश्किल हो
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पेशाब रुक जाए
डॉक्टर ज़रूरत पड़ने पर IV फ्लूइड, ऐंटी-नॉशिया दवा या हॉस्पिटल एडमिशन की सलाह दे सकते हैं।
🔚 निष्कर्ष:
प्रेगनेंसी में मिचली एक आम और अस्थायी समस्या है। सही खानपान, घरेलू उपाय और पर्याप्त आराम से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
लेकिन अगर लक्षण बढ़ते हैं या शरीर पर बुरा असर डाल रहे हैं, तो बिना देरी डॉक्टर से परामर्श लें।
👉 “गर्भावस्था के हर चरण में सही जानकारी और सावधानी से मिलती है एक स्वस्थ माँ और बच्चा।”