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SGPT टेस्ट से सालों पहले पहचान सकते हैं हार्ट अटैक का खतरा, जानिए कैसे

 

अब तक SGPT (Serum Glutamate Pyruvate Transaminase) टेस्ट को केवल लिवर हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण माना जाता था। लेकिन एक हालिया स्टडी ने सभी को चौंका दिया है — SGPT का स्तर केवल लिवर नहीं, बल्कि दिल की सेहत और भविष्य में हार्ट अटैक के जोखिम की भविष्यवाणी भी कर सकता है।

इस अध्ययन ने न केवल SGPT टेस्ट की उपयोगिता बढ़ा दी है, बल्कि यह भी साबित किया है कि हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति को कई साल पहले ही पहचाना जा सकता है।


🧪 SGPT टेस्ट क्या है?

SGPT, जिसे ALT (Alanine Aminotransferase) भी कहा जाता है, एक लिवर एंजाइम है।
यह टेस्ट रक्त में SGPT एंजाइम की मात्रा को मापता है। सामान्य रूप से यह 7 से 56 units per liter के बीच होता है।


📊 क्या कहती है नई स्टडी?


💔 SGPT और हार्ट अटैक के बीच संबंध कैसे बनता है?

  1. कम SGPT स्तर = खराब मेटाबॉलिज्म संकेत

  2. मेटाबॉलिज्म की गड़बड़ी = ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, इंसुलिन रेसिस्टेंस जैसी समस्याएं

  3. ये सभी कारक = हार्ट अटैक के बड़े जोखिम

निष्कर्ष: SGPT टेस्ट अब एक ऐसा बायोमार्कर बन सकता है जो आने वाले वर्षों में दिल की सेहत की पूर्व चेतावनी दे सकता है।


🧍‍♂️ किन्हें SGPT टेस्ट करवाना चाहिए?

✅ 35+ की उम्र के व्यक्ति
✅ जिनका परिवार में हार्ट डिज़ीज़ या लिवर रोग का इतिहास है
✅ मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, या डायबिटीज़ से पीड़ित लोग
✅ जो नियमित रूप से शराब या तंबाकू का सेवन करते हैं
✅ जिनका शारीरिक गतिविधि स्तर कम है


🩺 SGPT का सामान्य रेंज और अलार्मिंग लेवल:

SGPT (ALT) लेवल क्या संकेत करता है?
7-56 U/L सामान्य
< 10 U/L मेटाबॉलिक रिस्क संभावित
> 70 U/L लिवर डैमेज, फैटी लिवर संभव

🛡️ रोकथाम के उपाय:

यदि SGPT लेवल असामान्य है तो यह समय है जीवनशैली सुधारने का:


🔚 निष्कर्ष:

SGPT टेस्ट अब केवल लिवर के लिए नहीं, बल्कि दिल की सेहत के पूर्व संकेतक के रूप में उभर कर सामने आ रहा है।
अगर आप हेल्दी हैं, फिर भी SGPT टेस्ट कराकर यह जानना समझदारी होगी कि कहीं आपके दिल पर कोई खतरा तो नहीं मंडरा रहा

👉 आज ही अपना SGPT टेस्ट करवाएं और वर्षों पहले ही दिल की बीमारी की रोकथाम की दिशा में पहला कदम उठाएं।

 

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