📰 शोएब मलिक ने PCB के मेंटर पद से दिया इस्तीफा: जानें पूरा मामला
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑलराउंडर और पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के मेंटोरशिप रोल से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा एक ऐसे समय पर आया है जब बोर्ड के मेंटरशिप प्रोग्राम और उसके प्रभाव पर पहले से ही सवाल उठ रहे हैं।
📌 क्या था शोएब मलिक का रोल?
PCB ने 2024 में एक नया मेंटोरशिप कार्यक्रम शुरू किया था, जिसमें पांच पूर्व खिलाड़ियों को नियुक्त किया गया था:
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शोएब मलिक
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मोहम्मद यूसुफ
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कामरान अकमल
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सईद अजमल
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अब्दुल रज्जाक
इन सभी का मकसद था — राष्ट्रीय और घरेलू स्तर के क्रिकेटरों को मार्गदर्शन देना, पेशेवर दृष्टिकोण सिखाना और युवाओं को मानसिक रूप से मजबूत बनाना।
📢 इस्तीफे की पुष्टि
शोएब मलिक ने खुद ट्विटर (अब X) पर अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए लिखा:
“मैंने PCB मेंटर के पद से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि मेरी अन्य व्यावसायिक प्रतिबद्धताएं मुझे पूरी तरह समर्पित नहीं रहने दे रहीं। मैं पाकिस्तान क्रिकेट के लिए हमेशा शुभकामनाएं देता रहूंगा।”
इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई — क्या PCB का मेंटर प्रोग्राम महज दिखावा बन गया है?
📊 क्या यह संकेत है गहराते असंतोष का?
सूत्रों की मानें तो PCB मेंटरशिप प्रोग्राम की स्पष्ट परिभाषा और कार्यक्षेत्र को लेकर काफी भ्रम था। मैदान पर इन मेंटर्स की सक्रियता बहुत सीमित रही, और खिलाड़ियों को मिलने वाला लाभ भी अस्पष्ट था। इसके साथ ही, यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बाकी मेंटर्स भी जल्द ही इस प्रोग्राम से अलग हो सकते हैं।
⏳ शोएब मलिक का करियर और योगदान
शोएब मलिक का करियर दो दशकों से भी लंबा रहा:
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टेस्ट मैच: 35
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वनडे: 287
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T20I: 124
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कुल 11,000+ अंतरराष्ट्रीय रन और 200+ विकेट
उनकी वरिष्ठता और अनुभव से युवा खिलाड़ियों को लाभ मिल सकता था, पर इस छोटे कार्यकाल ने इसकी संभावनाओं को सीमित कर दिया।
🤔 आगे का रास्ता
PCB को अब यह तय करना होगा कि:
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क्या मेंटरशिप प्रोग्राम को फिर से डिज़ाइन किया जाए?
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क्या स्पष्ट रोल और KPI तय किए जाएं?
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या यह प्रोग्राम पूरी तरह बंद कर दिया जाए?
शोएब मलिक का जाना निश्चित तौर पर इस पहल के लिए झटका माना जा रहा है।
📎 निष्कर्ष
शोएब मलिक का PCB के साथ यह छोटा लेकिन चर्चित कार्यकाल अब समाप्त हो चुका है। इससे यह साफ होता है कि क्रिकेट बोर्ड को अपने कार्यक्रमों में पारदर्शिता और व्यावहारिकता लाने की आवश्यकता है।