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विजय माल्या का व्यावसायिक सफर: राज शामनी के साथ Kingfisher, RCB और ब्रांडिंग सीख

विजय माल्या का व्यावसायिक सफर

भारत के जाने-माने उद्योगपति विजय माल्या ने राज शामनी के पॉडकास्ट में अपने आरंभिक व्यावसायिक सफर से लेकर Kingfisher Airlines, IPL टीम RCB और ब्रांडिंग रणनीतियों तक पर गहराई से चर्चा की। माल्या ने बताया कि उनके पिता विट्ठल माल्या यूनाइटेड ब्रुअरीज (UB) के चेयरमैन थे और उन्होंने बेटे को सख्त परवरिश दी। कॉलेज के बाद विजय को हर दिन कंपनी में ₹400 स्टाइपेंड पर ट्रेनी के रूप में काम करना पड़ता था। 28 साल की उम्र में UB ग्रुप के चेयरमैन बनकर उन्होंने Kingfisher बीयर को फिर से लॉन्च किया और उसे एक ग्लैमरस ब्रांड बना दियाstatemirror.com। उनके अनुसार उनकी मार्केटिंग रणनीति थी, “ब्रांड को पर्सनैलिटी दो, और खुद ब्रांड एंबेसडर बनो”statemirror.com, अर्थात अपने उत्पाद को एक जीवंत पहचान देना और स्वयं उसके चेहरे बनना। विजय माल्या ने जोर दिया कि अपनी कमाई उन्होंने खुद की मेहनत से की, न कि विरासत से; वे बताते हैं कि उन्होंने अपनी मां से कहा, “देखिए, ये सब मैंने खुद बनाया है, मुझे विरासत में नहीं मिला. अगर अब मैं एक यॉट या प्लेन खरीद रहा हूं, तो शिकायत मत कीजिए.”statemirror.com

किंगफिशर एयरलाइंस: स्थापना और पतन

विजय माल्या ने 2005 में Kingfisher Airlines की शुरुआत की थी, जिसका विज़न भारत को विश्वस्तरीय हवाई सेवा देना थाstatemirror.com। उन्होंने हवाई जहाज में इन-फ्लाइट मनोरंजन, पाँच-तारा खाना और यात्री को ‘गेस्ट’ की तरह ट्रीट करने की संस्कृति लाई, जो उस समय भारत में किसी एयरलाइन में नहीं थीstatemirror.com। कुछ वर्षों में Kingfisher ने भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन बनते हुए 27% मार्केट शेयर हासिल कर लिया। माल्या ने इसे एक “visionary प्रोजेक्ट” बताया जहाँ उन्होंने “भारत को एक ऐसी एयरलाइन देने की कोशिश की जो विश्वस्तरीय हो”statemirror.com

लेकिन 2008 के वैश्विक आर्थिक संकट ने स्थिति बदल दीstatemirror.com। तेल की कीमतें $140 प्रति बैरल तक पहुंच गईं, सरकारों ने विमान ईंधन पर कर बढ़ा दिया और फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) की मंजूरी नहीं दी। माल्या ने तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से एयरलाइन के आकार (downsize) की अनुमति मांगी, लेकिन उन्हें बताया गया कि नौकरी बचाना जरूरी हैstatemirror.com। माल्या के अनुसार ये सरकारी नीतिगत फैसले ही गिरावट के मुख्य कारण थे, न कि उनकी एयरलाइन का बिज़नेस मॉडलstatemirror.com। बाद में उन्होंने बजट एयरलाइन Air Deccan का अधिग्रहण भी किया, जिसे नीति के भाग के रूप में नहीं बल्कि इंडस्ट्री को मजबूत करने की रणनीति बतायाstatemirror.com

आईपीएल फ्रेंचाइज़ी RCB और ब्रांडिंग पहलू

इसी अवधि में माल्या ने 2008 में IPL टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की फ्रेंचाइज़ी भी खरीदी। 당시 18 करोड़ डॉलर (लगभग ₹476 करोड़) में खरीदे गए RCB IPL की दूसरी सबसे महंगी टीम थीjansatta.com। विजय माल्या ने RCB की स्थापना के समय अपने लक्ष्य साझा किए: जैसा उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “जब मैंने RCB की शुरुआत की थी, तब मेरा सपना था कि IPL की ट्रॉफी बेंगलुरु आए. मुझे किंग कोहली जैसे लेजेंड को यंग एज में चुनने का सौभाग्य मिला और यह कमाल है कि वह 18 सालों से RCB के साथ बने हुए हैं।”livemint.com. इस पोस्ट से पता चलता है कि उन्होंने टीम निर्माण को भी एक ब्रांडेड सपने की तरह देखा और कोहली, क्रिस गेल, AB डिविलियर्स जैसे खिलाड़ियों को टीम की पहचान बनाने में भूमिका दी।

RCB फ्रेंचाइज़ी के माध्यम से भी माल्या ने Kingfisher और अपने अन्य ब्रांडों का प्रचार किया। टीम ने उनके रंग और पहचान में चार चाँद लगाए, जिससे मार्केटिंग के लिहाज़ से सिंगिल ब्रांड ग्रुप की पैठ बढ़ी। हालांकि बाद में 2016 में आर्थिक संकट के चलते United Spirits (Diageo) ने RCB का स्वामित्व संभाल लिया और माल्या का स्वामित्व समाप्त हुआjansatta.com

ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर विजय माल्या का नजरिया

माल्या ब्रांडिंग को सशक्त बनाने में विश्वास रखते थे। उन्होंने कहा कि Kingfisher बीयर के साथ “ब्रांड को पर्सनैलिटी दो”statemirror.com की नीति अपनाई, यानी उत्पाद को मानवीय पहचान देकर ग्राहकों से जुड़ना। वह स्वयं अपने ब्रांड्स का चेहरा बने और ग्लैमर भरी पार्टियों, कारों और यॉट्स को ब्रांड इमेज का हिस्सा माना। यद्यपि मीडिया ने इन्हीं दृश्यों को दिखाकर उन्हें ‘विलेन’ बताया, लेकिन माल्या ने साफ किया कि “मैंने कभी खुद को King of Good Times नहीं कहा… वो टैग बीयर की बोतल पर था, ब्रांडिंग का हिस्सा था. मगर मीडिया ने उस नाम से मेरी पहचान बना दी.”statemirror.com.

इस तरह माल्या ने बताया कि उनके निजी सामान और जीवनशैली को उन्होंने खुद की कमाई से हासिल किया है न कि बैंकों के कर्ज सेstatemirror.comstatemirror.com। इस बयान से स्पष्ट होता है कि उनका छवि प्रबंधन का नजरिया आत्मनिर्भरता पर था: “मैंने देखा कि मेरी मां भी मीडिया की रिपोर्ट सुनकर आहत होती हैं, जबकि ये पैसा मैंने खुद कमाया है”statemirror.com

राज शामनी के सवाल-जवाब

पॉडकास्ट में राज शामनी के सवालों के जवाब में माल्या ने कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण दिया। उदाहरण के लिए, जब उनसे पूछा गया कि “अगर आपको निष्पक्ष सुनवाई मिले तो क्या आप भारत लौटना चाहेंगे?”, तो उन्होंने कहा: “अगर मुझे भरोसा दिया जाता है, तो निश्चित ही मैं इस बात पर गंभीरता से विचार करूंगा।”livehindustan.com। साथ ही उन्होंने मीडिया ट्रायल के खतरों की बात कही कि पिछले नौ वर्षों में मीडिया ने उन्हें ‘चोर, भगोड़ा और देशद्रोही’ बता दिया, जबकि अब सरकार स्वयं बता रही है कि ₹14,100 करोड़ की वसूली हो चुकी हैstatemirror.comstatemirror.com। विजय माल्या ने यह प्रश्न भी उठाया कि “अगर मैंने धोखाधड़ी की होती, तो ये पैसा कहां से रिकवर होता?”statemirror.com। इन उत्तरों से उन्होंने अपने दृष्टिकोण को मजबूती से रखा और कहा कि अब जनता को भी उनका पक्ष सुनना चाहिए।

सीख: जोखिम, छवि प्रबंधन और लीडरशिप

विजय माल्या की कहानी से कई उपयोगी सीख मिलती हैं:

  • जोखिम लेने की हिम्मत: माल्या ने बीयर से लेकर विमान उड़ान तक और फॉर्मूला-1 तक में बड़े पैमाने पर निवेश किया। Kingfisher Airlines जैसे विज़नरी प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने बड़े जोखिम उठाए। जैसे उन्होंने बताया कि Kingfisher ने शुरु के कुछ वर्षों में बाज़ार के 27% हिस्से पर कब्ज़ा कियाstatemirror.com। इसी तरह RCB खरीदना और Air Deccan का अधिग्रहण भी उनकी दूरदर्शिता थी।

  • छवि प्रबंधन: उन्होंने सीखा कि व्यक्तिगत ब्रांड और मीडिया इमेज अलग हो सकती है। माल्या ने स्पष्ट किया कि “ब्रांडिंग का हिस्सा” रहे टैगलाइन (‘King of Good Times’) से उनकी पहचान जुड़ी, लेकिन मीडिया ने उन्हें ‘विलेन’ बना दियाstatemirror.com। अपनी छवि को संतुलित रखने के लिए उन्होंने तथ्य पेश किए: “मैंने पर्सनल गारंटी दी थी, बैंकों ने मेरी संपत्तियाँ जब्त कर लीं… अब जब ₹14,100 करोड़ रिकवर हो चुका है, तो कोई यह सवाल क्यों नहीं उठा रहा कि मैं ‘चोर’ कैसे?”statemirror.com. इस प्रकार, उन्होंने छवि प्रबंधन में पारदर्शिता और आत्मावलोकन की भूमिका दिखाई।

  • लीडरशिप और दृष्टिकोण: माल्या ने बताया कि एक असली नेता को विज़न पर टिके रहना चाहिए। जैसे उन्होंने सोचा था कि “IPL की ट्रॉफी बेंगलुरु आए”livemint.com, वो सपना आया। Kingfisher को भी विश्वस्तरीय बनाने का उनका विज़न थाstatemirror.com। वे ग्राहकों को ‘गेस्ट’ समझना और टीमों में युवा टैलेंट चुनना अपने निर्णयों के प्रति दृढ़ता को दर्शाता है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कानून के सामने खड़े होने को तैयार हैं, बशर्ते निष्पक्ष सुनवाई मिलेlivehindustan.com, जो उनके नेतृत्व की ईमानदारी दिखाता है।

इन सब बिंदुओं से स्पष्ट है कि विजय माल्या के अनुभवों से जोखिम उठाने, छवि को संभालने और दूरदर्शी नेतृत्व की कई सीख मिलती हैं। राज शामनी के साथ इस खुली बातचीत ने माल्या की कहानी के कई पहलू उजागर किए हैं, जो भारतीय उद्यमियों के लिए प्रेरणास्पद साबित हो सकते हैं।

स्रोत: राज शामनी के पॉडकास्ट (वीडियो FO364) तथा संबंधित न्यूज़ रिपोर्टों पर आधारित。statemirror.comstatemirror.comlivemint.comlivehindustan.comstatemirror.com

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