EPFO ने PF ट्रांसफर प्रक्रिया को किया सरल: अब नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर होगा और भी आसान
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सदस्यों के लिए PF खाता ट्रांसफर प्रक्रिया को और अधिक सरल बना दिया है। अब नौकरी बदलने पर PF खाता ट्रांसफर करना पहले से कहीं अधिक आसान और तेज़ हो गया है। EPFO के नए नियमों के तहत, कई मामलों में अब नियोक्ता की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे प्रक्रिया में लगने वाला समय कम होगा और सदस्यों को अधिक सुविधा मिलेगी।
🔄 PF ट्रांसफर प्रक्रिया में मुख्य बदलाव
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नियोक्ता की मंजूरी की आवश्यकता नहीं:
अब PF ट्रांसफर के लिए अधिकांश मामलों में नियोक्ता की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी। यह बदलाव उन कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो नौकरी बदलते हैं और अपने PF खाते को नए नियोक्ता के तहत ट्रांसफर करना चाहते हैं। -
ओवरलैपिंग सेवा अवधि की समस्या का समाधान:
पहले, यदि पुराने और नए नियोक्ता की सेवा अवधि में ओवरलैपिंग होती थी, तो PF ट्रांसफर दावा स्वतः अस्वीकृत हो जाता था। EPFO ने इस समस्या को हल करते हुए प्रक्रिया को अधिक लचीला बनाया है। -
नया फॉर्म 13:
EPFO ने फॉर्म 13 को अपडेट किया है, जिससे PF ट्रांसफर प्रक्रिया और भी सरल हो गई है। अब यह फॉर्म ऑनलाइन उपलब्ध है और इसे भरना पहले से अधिक आसान हो गया है।
📱 डिजिटल सेवाओं में सुधार
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आधार आधारित OTP प्रमाणीकरण:
अब कर्मचारी अपने PF ट्रांसफर दावे को आधार OTP के माध्यम से ऑनलाइन सबमिट कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया में नियोक्ता की भूमिका कम हो गई है। -
UAN का त्वरित जनरेशन:
EPFO ने UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) के त्वरित जनरेशन की सुविधा शुरू की है, जिससे नए कर्मचारियों को तुरंत UAN प्राप्त हो सकेगा। -
UMANG ऐप के माध्यम से सेवाएं:
अब कर्मचारी UMANG मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने PF खाते की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और विभिन्न सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
📊 PF ट्रांसफर प्रक्रिया के लाभ
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समय की बचत: नए नियमों के तहत, PF ट्रांसफर प्रक्रिया में लगने वाला समय काफी कम हो गया है।
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प्रक्रिया में पारदर्शिता: ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ी है और कर्मचारियों को अपने दावे की स्थिति की जानकारी मिलती रहती है।
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शिकायतों में कमी: प्रक्रिया के सरल होने से PF ट्रांसफर से संबंधित शिकायतों में भी कमी आई है।
🔍 PF ट्रांसफर के लिए आवश्यक शर्तें
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UAN और आधार लिंकिंग: कर्मचारी का UAN आधार से लिंक होना चाहिए।@EconomicTimes+4@EconomicTimes+4The Times of India+4
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व्यक्तिगत विवरण की समानता: कर्मचारी के नाम, जन्म तिथि और लिंग की जानकारी पुराने और नए नियोक्ता के रिकॉर्ड में समान होनी चाहिए।
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सेवा समाप्ति की तिथि: पुराने नियोक्ता द्वारा सेवा समाप्ति की तिथि सही तरीके से अपडेट की जानी चाहिए।
✅ निष्कर्ष
EPFO द्वारा PF ट्रांसफर प्रक्रिया में किए गए ये बदलाव कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत हैं। अब नौकरी बदलने पर PF खाता ट्रांसफर करना पहले से कहीं अधिक सरल, तेज़ और पारदर्शी हो गया है। कर्मचारी इन सुविधाओं का लाभ उठाकर अपने PF खातों को आसानी से प्रबंधित कर सकते हैं