क्या बार-बार कम पेशाब आना किडनी फेल होने का संकेत है? जानिए विशेषज्ञ क्या कहते हैं
हमारे शरीर का एक अहम अंग है किडनी (गुर्दा), जो खून को साफ करने और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकालने का काम करता है। पेशाब (urine) इसके प्रमुख संकेतों में से एक है, जिससे यह समझा जा सकता है कि हमारी किडनी ठीक से काम कर रही है या नहीं। लेकिन अगर किसी को पेशाब कम आ रहा है या बार-बार इसकी मात्रा घट रही है, तो सवाल उठता है — क्या यह किडनी फेलियर (Kidney Failure) का संकेत हो सकता है?
🚨 कम पेशाब आना: एक गंभीर संकेत?
अगर आप सामान्य से कम मात्रा में पेशाब कर रहे हैं, तो यह एक चेतावनी हो सकती है। मेडिकल भाषा में जब 24 घंटे में 400 मि.ली. से कम पेशाब होता है, तो उसे Oliguria (ओलिग्यूरिया) कहा जाता है। इससे भी कम (100 मि.ली. या उससे कम) हो तो उसे Anuria कहा जाता है, जो किडनी फेलियर का संकेत हो सकता है।
🩺 किडनी फेलियर के अन्य लक्षण:
कम पेशाब के साथ अगर नीचे दिए गए लक्षण भी दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
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पैरों, टखनों या चेहरे पर सूजन
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थकान और कमजोरी
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भूख न लगना और उल्टी महसूस होना
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सांस लेने में तकलीफ
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ब्लड प्रेशर में बदलाव
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त्वचा पर खुजली या ड्राइनेस
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पेशाब में झाग या खून आना
🔍 कम पेशाब आने के संभावित कारण:
कम यूरिन आने का मतलब हमेशा किडनी फेल होना नहीं होता। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
✔️ 1. डिहाइड्रेशन (Dehydration):
शरीर में पानी की कमी होने पर किडनी कम पेशाब बनाती है ताकि फ्लूइड बचाया जा सके।
✔️ 2. यूरिनरी ट्रैक्ट ऑब्स्ट्रक्शन:
किसी कारणवश यूरिन का रास्ता अवरुद्ध हो सकता है (जैसे पथरी या ट्यूमर) जिससे फ्लो कम हो जाता है।
✔️ 3. ब्लड प्रेशर में गिरावट:
किडनी को पर्याप्त खून न मिलने पर यूरिन प्रोडक्शन घट सकता है।
✔️ 4. दवाओं का असर:
कुछ दवाएं जैसे NSAIDs, ACE inhibitors, या कुछ एंटीबायोटिक्स किडनी पर असर डालती हैं।
✔️ 5. एक्यूट किडनी इंजरी (AKI):
यह एक अचानक होने वाली स्थिति है, जो संक्रमण, ट्रॉमा या सर्जरी के बाद हो सकती है।
🧪 कैसे पता करें कि किडनी सही काम कर रही है?
🔬 1. ब्लड टेस्ट (Serum Creatinine, BUN):
किडनी फंक्शन का आकलन करने के लिए।
🧫 2. यूरिन टेस्ट:
प्रोटीन, ब्लड या अन्य असामान्य चीज़ें जांचने के लिए।
🩻 3. अल्ट्रासाउंड या CT स्कैन:
किडनी की बनावट और ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए।
🩹 बचाव और देखभाल कैसे करें?
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दिनभर में कम से कम 2–3 लीटर पानी पीएं (यदि डॉक्टर ने मना न किया हो)।
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नमक और प्रोटीन की अधिकता से बचें।
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शराब और धूम्रपान से दूरी बनाए रखें।
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नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ कंट्रोल में रखें।
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कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, खासकर दर्दनिवारक दवाएं।
📝 निष्कर्ष:
कम पेशाब आना एक सामान्य लक्षण लग सकता है, लेकिन यदि यह बार-बार हो रहा है और इसके साथ अन्य लक्षण भी दिख रहे हैं, तो यह किडनी फेलियर की चेतावनी हो सकती है। समय पर जांच और इलाज से इस स्थिति को रोका जा सकता है। अगर आपको ऐसे कोई संकेत मिलते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।