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Toggleभारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी को जासूसी के आरोप में निष्कासित किया
13 मई 2025 को भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी, मोहम्मद एहसान उर रहीम, को जासूसी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित किया। उन्हें 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
पंजाब में जासूसी नेटवर्क का खुलासा
पंजाब पुलिस ने मोहम्मद एहसान उर रहीम से जुड़े जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जो भारतीय सेना की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान में स्थित हैंडलर को भेज रहे थे। इन आरोपियों को ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से धन प्राप्त हो रहा था, और उनके पास से मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। @EconomicTimes
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
भारत के इस कदम के जवाब में, पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के एक कर्मचारी को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित किया और 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस निर्णय की जानकारी भारतीय कार्यवाहक उच्चायुक्त को दी।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर भारत का कड़ा रुख
भारत के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आतंकवाद और जासूसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी प्रकार की धमकी या ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा और अपनी शर्तों पर जवाब देगा। @EconomicTimes
निष्कर्ष
पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी को निष्कासित करने का भारत का निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस घटना से दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में और वृद्धि हुई है।